महाशय विक्षिप्त The Madman
भद्र परमेश्वर तथा दुष्ट परमेश्वर की भेंट एक पर्वत की शिखर पर हुई । भद्र…
Continue Readingभद्र परमेश्वर तथा दुष्ट परमेश्वर की भेंट एक पर्वत की शिखर पर हुई । भद्र…
Continue Readingएक आदमी ने दूसरे से कहा, “समुद्र में ऊँचे उठे ज्वार-भाटा के समय, बहुत पहले,…
Continue Readingमर गए मेरे लोग (निर्वासन में लिखी गई कविता जबकि सीरिया में अकाल पड़ा हुआ…
Continue Readingजहाज़ का आगमन जो चयनित तथा प्रिय था, जो स्वयं अपने दिन की प्रभात था,…
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